अजमेर दरगाह विवाद पर बोले फारूक अब्दुल्ला, कहा- कुछ लोग चाहते हैं नफरत फैलाना 

फारूक अब्दुल्ला ने दिया अजमेर दरगाह विवाद पर बड़ा बयान, कह इतनी बड़ी बात...

faruk abdula

 

 

अजमेर दरगाह विवाद को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह की जियारत की और उसके बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ‘अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बना, मस्जिद भी बनेगी। सबकी अपनी-अपनी आस्था है। अजमेर की दरगाह में मंदिर होने के विवाद पर फारूक अब्दुल्ला ने राम मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां भी यह कहा गया था कि यह राम की जन्मभूमि है। लेकिन जब खोदा गया, तब वहां पर कोई ऐसी चीज नहीं मिली। आखिर एएसआई विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में अपना यह बयान रखा, मगर सुप्रीम कोर्ट के जजों ने कहा कि यहां के लोगों की भावना इस चीज को मानती है। इसलिए उनके इस आवास को राममंदिर को दे रहे हैं। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि एक हिस्से में मस्जिद भी बनेगी। 

 

अजमेर दरगाह को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने दिया बड़ा बयान 
दरगाह विवाद मामले पर फारूक अब्दुल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मामला हाईकोर्ट के पास है, इसलिए उन्हें इस पर कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है। मुझे उम्मीद है कि न्यायालय इस मामले को ध्यान से देखेगा और न्याय के साथ फैसला सुनाएगा। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि देश में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो नफरत फैलाना चाहते हैं। अल्लाह, भगवान, जीसस और वाहेगुरु में कोई फर्क नहीं है। मैं राम राम या फिर अल्लाह खुदा कहु उसने कोई अंतर नहीं है। अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बना है मस्जिद भी बनेगी सबकी अपनी-अपनी आस्था है।

फारूक अब्दुल्ला ने कहा मामला हाई कोर्ट के पास 
आपको बता दें की अजमेर की विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को लेकर बीते दिनों से पूरी देश की सियासत में बवाल मचा हुआ है। इस विवाद की शुरुआत अजमेर के एक सिविल कोर्ट में दायर याचिका से हुई। इसमें हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने बीते 25 सितंबर 2024 को दरगाह के अंदर एक शिव मंदिर होने का दावा किया। इसको लेकर उन्होंने ‘अजमेर: हिस्टॉरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव‘ किताब के तर्कों का भी हवाला दिया गया है। इसमें अजमेर दरगाह के नीचे हिंदू मंदिर का जिक्र किया गया है। इसको लेकर 27 नवंबर को कोर्ट ने याचिका मंजूर कर दी थी।
इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने इंडिया गठबंधन को लेकर भी बात की। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन का मकसद पूरे देश की हिफाजत करना था।‌ यहां के लोगों में जो नफरत पैदा की गई थी उसको खत्म करना है। हम सभी लोग भारतीय हैं और भारत में रहने वाले हैं और मरेंगे भी यही।  पीएम मोदी के कार्यकाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सोनमर्ग टनल के उद्घाटन में उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की खुलकर तारीफ की थी। अब्दुल्ला ने कहा कि पीएम मोदी ने जो हमसे वादे किए थे, वह उन्होंने पूरे किए। एक वादा जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव भी बिल्कुल निष्पक्ष हुए, किसी प्रकार की रीपोलिंग नहीं हुई।