अजमेर जिले के किशनगढ़ और आस-पास के ग्रामीण इलाकों में नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की अगुवाई में लगातार दूसरे दिन भी बड़ी कार्रवाई जारी रही. शुक्रवार को शुरू हुई इस जांच का दायरा शनिवार को और भी बढ़ाया गया, जिसमें कई फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर उन्हें सील किया गया. यह छापामार अभियान लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा, जिसमें मंत्री खुद फैक्ट्रियों में पहुंचे ताकि किसी को भनक न लगे।
34 फैक्ट्रियां चिन्हित 12 को सीज और FIR के आदेश
किरोड़ी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अब तक कुल 34 फैक्ट्रियों को चिन्हित किया गया है, जिनमें से 12 फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया है और आगे एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि पुलिस और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि फर्टिलाइजर एक्ट के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और यह भी जांच की जाए कि इन फैक्ट्रियों के असली मालिक कौन हैं.कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई पूरी तरह गैर-राजनीतिक है और इसका उद्देश्य किसानों को नकली खाद से बचाना है.
छापेमारी के दौरान हजारों नकली कट्टे बरामद हुए
मंत्री खुद किशनगढ़ के उदयपुर कला गांव पहुंचे तो वहां उन्होंने देखा कि खेतों में बनी फैक्ट्रियों में नकली खाद तैयार हो रही थी। गोदामों में ब्रांडेड कट्टों में मार्बल का चूरा और मिट्टी भरकर डीएपी, एसएसपी, और पोटाश जैसे उत्पादों के नाम पर बेचा जा रहा था। छापेमारी के दौरान हजारों नकली कट्टे बरामद हुए, जिन्हें आसपास के गांवों में किसानों को बेचने की तैयारी थी। नकली खाद के इस घोटाले की जानकारी स्थानीय किसानों को मिली, इलाके में हड़कंप मच गया। गुस्साए किसानों ने गोदामों पर पहुंचकर नकली खाद के कारोबारियों की गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग की है। मंत्री ने तुरंत पुलिस और प्रशासन को बुलाकर फैक्ट्रियों को सील करवाया और जांच के आदेश दिए।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
मंत्री ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने पूरे खाद आपूर्ति नेटवर्क की जांच के आदेश भी जारी किए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। यह छापेमारी किसानों के हित में उठाया गया सख्त कदम माना जा रहा है, जिससे नकली खाद कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।