राजनाथ बोले- आतंकियों ने धर्म देखकर मारा,हमने उनका खात्मा किया ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे
Wednesday, 14 May 2025 13:30 pm

Golden Hind News

ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे। वे श्रीनगर के बादामी बाग छावनी भी गए। यहां उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से दागे गए मोर्टार और गोले के टुकड़े देखे। राजनाथ ने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने धर्म देखकर निर्दोष लोगों को मारा था। हमने उनका कर्म देखकर खात्मा किया, ये हमारा धर्म था। रक्षामंत्री के दौरे से पहले भारतीय सेना ने गुरुवार सुबह अवंतीपोरा के त्राल में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इसमें एक टॉप कमांडर आसिफ शेख भी शामिल है। इसके अलावा आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट को भी ढेर कर दिया गया है। ये तीनों पहलगाम हमले के बाद सरकार की तरफ से जारी 14 आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल थे।

लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए

जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन दिनों में यह दूसरा एनकाउंटर है। इससे पहले शोपियां जिले के केलर में 13 मई को सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के तीन आतंकवादी मारे गए थे। बुधवार को केलर से ही भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद.

 पाकिस्तान जहां खड़ा होता है,वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू हो जाती है- राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से कर्ज लेने पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जहां खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू हो जाती है। भारत आज उन देशों की श्रेणी में है, जो आईएमएफ को फंड देते हैं, ताकि आईएमएफ गरीब देशों को कर्ज दे सके। दरअसल, पाकिस्तान की हालत बीते कई सालों से इतनी बुरी हो चुकी है कि वह पहले से ही विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मेहरबानी पर चल रहा है।

रक्षा मंत्री ने जवानों को संबोधित किया और 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर भारतीय सेना की प्रशंसा की

रक्षा मंत्री ने जवानों को संबोधित किया और 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर भारतीय सेना की प्रशंसा की। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के बारे में पूरी दुनिया यह बात जानती है कि हमने हमेशा शांति को प्राथमिकता दी है। हम आमतौर पर युद्ध के समर्थक कभी नहीं रहे, लेकिन स्थितियां जब इतनी विकट हो जाएं, जब देश की संप्रभुता पर आक्रमण हो, तो जवाब देना आवश्यक हो जाता है।