किरोड़ी लाल मीणा ने दिया आश्वासन

RAS मुख्य परीक्षा-2024 को स्थगित करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का अनशन लगातार जारी है

kirodilal meena

राजस्थान यूनिवर्सिटी में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) मुख्य परीक्षा-2024 को स्थगित करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का अनशन लगातार जारी है। अभ्यर्थी मेंस परीक्षा की तारीख बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। लगातार अनशन के कारण कई अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ रही है। फिर भी, उन्होंने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अनशन खत्म नहीं करेंगे। अभ्यर्थियों का कहना है कि RPSC की ओर से स्पष्ट और समयबद्ध कार्रवाई की जरूरत है।

क्या हैं अभ्यर्थियों की मांगें

बताते चलें कि, लगभग 20 अभ्यर्थी राजस्थान यूनिवर्सिटी में अनशन पर बैठे हैं। उनकी मुख्य मांग है कि 17-18 जून को प्रस्तावित RAS मुख्य परीक्षा की तारीख को कम से कम तीन महीने आगे बढ़ाया जाए। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला है और पिछली RAS परीक्षा का अंतिम परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुआ है। इससे कई अभ्यर्थी दोनों परीक्षाओं में चयनित हो सकते हैं, जिसके चलते अन्य अभ्यर्थियों की सीटें प्रभावित हो सकती हैं। इसके अलावा, वे राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) से एडमिट कार्ड फिलहाल जारी नहीं करने और एक वार्षिक परीक्षा कैलेंडर जारी करने की मांग भी कर रहे हैं, ताकि भविष्य की परीक्षाओं को लेकर स्पष्टता रहे।

 किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से मुलाकात की

भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार सुबह प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात की जाएगी। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अभ्यर्थियों से कहा कि कल 5 लोग आ जाना, मैं CMO में आपकी बात करा दूंगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार अभ्यर्थियों के हित में जल्द ही कोई समाधान निकालने का प्रयास करेगी। किरोड़ी लाल मीणा ने अभ्यर्थियों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए उनकी समस्याओं को समझने और मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का वादा किया।

उत्कल रंजन साहू ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है

हाल ही में राजस्थान लोक सेवा आयोग के 40वें अध्यक्ष बने उत्कल रंजन साहू ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुछ अभ्यर्थी RAS मुख्य परीक्षा की तारीख बदलने की मांग कर रहे हैं, यह मेरे संज्ञान में है। मैं पहले पूरे मामले को समझूंगा और फिर कोई निर्णय लूंगा। साहू ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में सभी परीक्षाएं पारदर्शिता के साथ आयोजित की जाएंगी और पहले की गड़बड़ियों को सुधारा जाएगा।