पाकिस्तान में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर का घर जला दिया। प्रदर्शनकारियों ने घर की सुरक्षा में तैनात गार्ड्स को भी पीटा।रिपोर्ट के मुताबिक सिंध के नौशेहरो फिरोज जिले में मंगलवार को पुलिस और एक राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। इसमें कम से कम 2 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा दोनों तरफ के कई लोग भी घायल हो गए।पाकिस्तान सरकार की योजना सिंध नदी पर नहर बनाने की है। इससे स्थानीय लोग नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार उनकी जमीन और पानी छीन रही है। जब प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना देने की कोशिश की, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की।इसके तनाव बढ़ गया। नाराज होकर लोगों ने सिंध के गृह मंत्री के घर हमला कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने कुछ ट्रकों को लूट लिया और उनमें से कुछ को आग लगा दी।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में केंद्रीय सरकार की सिंधु नदी पर छह नई नहरें बनाने की परियोजना के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन और तेज हो गया है। वकील, राजनीतिक दल, और कई नागरिक संगठन खैरपुर जिले के बाबरलोई बाइपास पर पिछले हफ्ते से धरना दे रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा है कि जब तक सरकार इस परियोजना को पूरी तरह रद्द नहीं करती, वे धरना खत्म नहीं करेंगे। आंदोलनकारियों के मुताबिक, इस प्रदर्शन में दो लाख से ज्यादा लोग शामिल हैं। जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
स्थानीय मीडिया के अनुसार
यह विरोध सिंधु नदी पर प्रस्तावित छह नहरों के निर्माण के विरुद्ध है। सिंध की जनता इसे अपनी आजीविका और पर्यावरण के लिए खतरा मानती है। शुक्रवार को बाबरलोई में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कराची बार एसोसिएशन (केबीए) के अध्यक्ष आमिर नवाज वाराइच ने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा, "अगर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को परेशान किया या कोई कदम उठाया, तो पूरा सिंध बंद हो जाएगा और इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी।"
बिलावल बोले- यह आतंकी हमले जैसा
पुलिस ने बताया कि स्थिति अब काबू में है। वहीं गृह मंत्री लंजर ने घटना पर नाराजगी जताई है और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के कानून को चुनौती देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी मंत्री के घर पर हमले की निंदा की है और इसे ‘आतंकी हमला’ बताया है। उन्होंने कहा कि विरोध के नाम पर हिंसा फैलाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इस बीच, प्रदर्शन के कारण देश की आपूर्ति व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के मुताबिक, ट्रांसपोर्ट गुड्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तारिक गुज्जर ने बताया कि सक्कुर-लरकाना और बहावलपुर के आसपास 10,000 से 15,000 ट्रक, कंटेनर और तेल टैंकर सड़क जाम होने के कारण फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सक्कुर-लरकाना क्षेत्र से बहावलपुर तक माल की आवाजाही पूरी तरह ठप है। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को ब्लॉक कर रखा है, जिससे व्यापार और परिवहन पर भारी असर पड़ा है।