जयपुर: भीलवाड़ा (Bhilwara) जिले की हमीरगढ़ (Hamirgarah) थाना पुलिस ने सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम (Instagram) पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) एवं अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) की फोटो पोस्ट कर टिप्पणी करने वाले आरोपी आकाश भाम्भी पुत्र राजू (20) निवासी कवि नगर थाना हमीरगढ़ को गिरफ्तार किया है। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के समस्त थाना अधिकारियों को सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर आमजन में भय और दहशत व्याप्त करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। आरोपी आकाश भाम्भी द्वारा इंस्टाग्राम पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई व अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की फोटो पोस्ट कर टिप्पणी की गई थी। सोशल मीडिया पर जिला पुलिस द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारसमल जैन व सीओ श्याम सुंदर के सुपरविजन में हमीरगढ़ थाना अधिकारी दिलीप सिंह मय टीम द्वारा आरोपी आकाश को शांति भंग में गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में एएसआई नरपत सिंह, हेड कांस्टेबल शिवराज सिंह, कांस्टेबल वासुदेव एवं इंद्रा राम टीम में शामिल थे। Report: Sandeep Agarwal
भीलवाड़ा जिले में थाना हमीरगढ़ पुलिस की कार्रवाई
सोशल मीडिया पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई एवं अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की फोटो पोस्ट कर टिप्पणी करने का आरोपी गिरफ्तार

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रफीक खान ने कहा-क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह, आखिर क्यों छलका विधायक का दर्द...
आखिर विधानसभा में ऐसा क्या हुआ की मीडिया के सामने भावुक हो गए कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान। विधायक रफीक खान का दर्द छलक उठा और वह भावुक हो गए। मीडिया से बात करते हुए रफीक खान का गला भर आया और उन्होंने कहा कि सदन में मेरा चरित्र हनन किया गया। क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह है। सदन में मुझे गालियां दी गई। मैं अपने आप को पीड़ित महसूस कर रहा हूं। रफीक खान ने कहा कि अगर मुसलमान होना गुनाह है तो भाजपा के लोगों से कह रहा हूं कि आप कोई कानून लेकर आ जाओ। और यह कह दो कि आगे से कोई मुसलमान विधायक चुनकर नहीं आएगा। रफीक खान भावुक होते हुए कहने लगे कि आज अगर मेरे पिता जिंदा होते तो यह शब्द सुन भी नहीं पाते। मेरे पिता हिंदी के कवि रहे और उन्होंने हमेशा हिंदी को बढ़ावा दिया है। दरअसल रफीक खान का यह दर्द इसलिए छलक क्योंकि विधानसभा में हंगामे के दौरान पाकिस्तानी-पाकिस्तानी के नारे लगाए गए थे। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस में रोष व्याप्त है और कांग्रेस लगातार इसकी निंदा कर रही हैं।
पाकिस्तानी कहने पर छलका विधायक रफीक खान का दर्द
रफीक खान ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला तो उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री से बात करो। मैं संसदीय कार्य मंत्री से मिला तो उन्होंने कहा कि हम चर्चा नहीं करेंगे। शब्द डिलीट कर देंगे, लेकिन यह शब्द पूरे मीडिया में है। यूट्यूब पर हैं तो क्या वहां से यह शब्द डिलीट हो जाएंगे। रफीक खान ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने जिस तरह से मेरे चरित्र का चीर हरण किया वह बर्दाश्त के लायक नहीं है। रफीक खान ने कहा की विधानसभा में चर्चा कर रहे हो तो बातचीत से समाधान होना चाहिए था। आपने चर्चा के दौरान न केवल शब्दों की मर्यादा तोड़ी, जिस तरह मेरे व्यक्तित्व का चीर हरण किया गया। इस तरह के शब्द मेरे लिए इस्तेमाल किए गए , मैं उम्मीद करता हूं यह बात पूरी सरकार सुनेगी और इस बात पर चर्चा करेगी ।
राजस्थान विधानसभा में लगे थे पाकिस्तानी-पाकीस्तानी के नारे
यह मामला तब शुरू हुआ जब राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन का माहौल अचानक गरमा गया। कांग्रेस के सचेतक रफीक खान जब अपनी बात रख रहे थे,रफीक खान ने भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को नाकाम बताया। साथ ही उन्होंने एक शेर पढ़ा ‘जो रईस हैं खानदानी मिजाज रखते हैं, नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई है‘। तभी भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने उन पर पाकिस्तानी -पाकिस्तानी का नारा लगाया। गोपाल शर्मा के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिससे सदन में तकरीबन दो मिनट तक नोकझोंक होती रही। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रोष जताया था।
खान ने कहा- मुस्लिम विधायक होना गुनाह तो पास करवा दो कानून
टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर कहा था की सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा द्वारा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रफीक खान पर की गई टिप्पणी बेहूदा एवं स्तरहीन है। भाजपा नेताओं में बयानबाजी का स्तर दिनोंदिन गिराने की होड़ लग गई है। इन्हें विधानसभा में बोलने और सड़क पर दिए जाने वाले भाषणों में कोई अन्तर नहीं लगता है। ये भूल जाते हैं कि रफीक खान उस शेखावटी की भूमि से आते हैं जहां सभी धर्मों के लोग सेना में जाकर इस देश के लिए फक्र से अपनी जान देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा को इस पर संज्ञान लेकर विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां असहनीय एवं निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ऐसे बयानों में क्या उनकी स्वीकारोक्ति है
राजस्थान के उपचुनावों में पार्टीयों के बीच गठबंधन को लेकर पशोपेश ।
जयपुर : उपचुनावों की घोषणा के साथ ही राजस्थान में भी चुनावी रण छिड गया है। सभी 7 सीटो पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 13 नवंबर को वोटिंग व 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आयेगा। चुनावी घोषणा के साथ ही, राज्य की सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनितियो मे जूट गई है। गठबंधन पर भी बैठको का दौर शुरू हो गया है। हालंकि गठबंधन पर सभी पार्टियों के अपने -अपने मत है। राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टिया सामने निकलकर आ रही है - भाजपा, कांग्रेस, BAP और RLP और चारो ही पार्टिया असमजम में दिख रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड का कहना है - कि वो उपचुनाव मे किसी से गठबंधन के लिए आग्रह नही करेगे , लेकिन अगर आगे से कोई निवेदन आता है - तो उसे मना भी नहीं करेंगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उप-चुनावो को काग्रेस के लिए लिए सभी चुनौती माना , जबकि भाजपा के सभी 7 सीटो पर आश्वस्त दिखे।वहीं काग्रेस ने गठबंधन पर फैसला दिल्ली आलाकमान पर छोड़ा है। आपको बता दे ,लोकसभा चुनाव में राष्टीय पार्टी काग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी BAP से गठबंधन किया था।आदिवासी बेल्ट चौरासी विधानसभा सीट पर BAP जीत सुनिश्चत मान रही है| ऐसे में माना जा रहा था- यदि चौरासी सीट पर दोनो पार्टीयो का गठबंधन हो जाता है, तो यह बीजेपी की साख पर सवाल बन जायेगी। लेकिन कल भारत आदिवासी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी प्रकार की सुगबुगाहट पर पुरण विराम लगा दिया है। BAP के मोहनलाल रोत का कहना है कि हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगें। चौरासी व सलूबर सीट से पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। देवली -उनियार सीट पर अभी विचार जारी है। हालंकि मोहनलाल रोत का यह भी कहना है कि- वो गठबंधन नही करेंगे, हाँ यदि काग्रेस समर्थन देती है, तो स्वागत है।
बेनीवाल ने कहा- भाजपा हमारी दुश्मन न०-1
वही दूसरी तरफ RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का गुरुवार को एक बयान आया है.बेनीवाल ने बताया की BJP उनकी दुश्मन न०-1 है| भाजपा को सभी 7 सीटो पर मात के लिए वह काग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन देवली व खींवसर सीट पर वे अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे | बेनीवाल के अनुसार दो तीन दिन में यह साफ हो जायेगा कि दोनो पार्टियों में अलाइंस होता है कि नहीं। लेकिन अगर काग्रेस, RLP की शर्ते मान कर उनकी दो सीट की डिमांड पूरी कर देती है और सभवतः गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी की जीत की डगर कठिन हो सकती है, हाँ यदि मुकाबला त्रिकोणीय होता है भाजपा की जीत की संभावना अधिक हो जाती है |RLP प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन नहीं होता है ये देवली- उनियारा व खींवसर समेत रामगढ व झुंझुनूं यानि 4 सीटों पर चुनाव लडेंगें । इन सभी , चर्चाओ पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि वे राज्य की सभी 7 सीटो पर चुनाव लड़ने केलिए पूर्णतय तैयार हैं। लेकिन गठबंधन पर निर्णय के लिए दिल्ली में कमेटी बनायी गयी है। आलाकमान जो तय करेगा हमें वह मान्य होगा।
आपको बता दे - दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सचिन पायलट के समर्थक को टिकट देने की संभावना बतायी जा रही| वही झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की दावेदारी मानी जा रही है। रामगढ़ सीट पर दिवंगत विधायक जुबेर खान की पत्नी व बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस अपना इमोशल कार्ड खेल सकती है जबकि भाजपा अपने पुराने प्रत्यशी सुखवंत सिंह को टिकट दे सकती है। चौरासी विधानसभा सीट पर BAP का दबदबा है व देवली- उनियारा , खीवंसर सीट पर RLP का वर्चस्व बना हुआ है। ( रिपोर्ट: अनुश्री यादव )
SI भर्ती मामले में फिर घिरी भाजपा सरकार, हनुमान बेनीवाल ने लगाए मंत्री बिश्नोई पर आरोप
SI भर्ती मामले में हुए घोटाले पर राजस्थान की सियासत गरमा गई है। इस मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। भर्ती मामले में हुए घोटाले पर हनुमान बेनीवाल ने एक और बड़ा खुलासा कर दिया है। हनुमान बेनीवाल ने भजन लाल शर्मा सरकार पर सीधा हमला बोला है। हनुमान बेनीवाल ने एक बड़ा खुलासा करते हुए SOG का पूछताछ नोट मीडिया के सामने पेश किया है। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार एक महिला आरोपी संतोष का यह नोट बताया जा रहा है। महिला आरोपी संतोष से पूछताछ में उसने राज्य सरकार के मंत्री के के बिश्नोई पर सीधा आरोप लगाया है। हनुमान बेनीवाल मंत्री के बिश्नोई पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह आरोप उनका नहीं है बल्कि SOG के पूछताछ नोट में जो लिखा है वह वही बता रहे हैं। आरोपी ने कबूल किया है कि उसने छमी बिश्नोई को देने के लिए मंत्री से रुपए लिए थे। छम्मी बिश्नोई ने संतोष और उसकी बहन मंजू के स्थान पर डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी। हनुमान बेनीवाल ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि मंत्री केके बिश्नोई अब SI भर्ती रद्द नहीं करने के लिए सरकार पर दबाव डाल रहे हैं। हनुमान बेनीवाल ने पूरे मामले में सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है बेनीवाल ने कहा कि सीबीआई से जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
SI भर्ती घोटाले में आया नया मोड़, भाजपा सरकार के मंत्री पर लगे आरोप बेनीवाल ने SOG के इस नोट को भ्रष्टाचार का सीधा सबूत बताते हुए कहा कि एक मंत्री की संलिप्तता से साफ है कि यह घोटाला केवल अफसरशाही तक सीमित नहीं, बल्कि सत्ता के शीर्ष तक फैला है। यह कोई मामूली मामला नहीं है। यह लाखों मेहनती युवाओं के भविष्य के साथ किया गया विश्वासघात है। उन्होंने बताया कि टोंक जिले का एक अभ्यर्थी सांवरमल, जिसने परीक्षा ही नहीं दी, वह आज थानेदार बनकर ड्यूटी कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया, क्या सरकार SOG पर दबाव डालकर जांच को प्रभावित कर रही है? क्या एक-एक करोड़ में न्याय का सौदा हो रहा है? सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इस पूछताछ नोट के बाद मंत्री की संलिप्तता उजागर हुई है। उनका यह कृत्य मेहनत करने वाले युवाओं के भविष्य के साथ धोखा है। बेनीवाल ने कहा कि टोंक का सांवरलाल जिसने परीक्षा दी ही नहीं, वह थानेदार बनकर घूम रहा है। यह सुनियोजित साजिश का हिस्सा है। जिसमें मंत्री, अफसर और दलालों की मिलीभगत से फर्जी लोगों को पुलिस में भर्ती किया गया। बेनीवाल ने कहा मंत्री केके बिश्नोई को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाए, एसआई भर्ती 2021 को तुरंत रद्द करके दोबारा पूर्ण पारदर्शिता के साथ भर्ती कराई जाए, एसओजी की जांच को सार्वजनिक किया जाए और सीबीआई से जांच कराई जाए, दोषी अधिकारियों, दलालों और लाभार्थियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और योग्य अभ्यर्थियों के साथ न्याय किया जाए।
बेनीवाल ने मंत्री को बर्खास्त करने और भर्ती रद्द करने की उठाई मांग
हनुमान बेनीवाल ने कहा, जब सरकार के एएजी, एसओजी के मुखिया और पुलिस मुख्यालय एसआई भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर चुका है तो आखिर क्या कारण है कि सरकार इस भर्ती को रद्द नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह मंत्री मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भर्ती रद्द नहीं करने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय का है, लेकिन अब भाजपा सत्ता में आने के बाद इस मामले के बड़े मगरमच्छ पकड़े नहीं जा रहे हैं। इससे साफ है कि भाजपा-कांग्रेस में मिलाजुली का खेल चल रहा। बेनीवाल ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में तो आई तो पूरे मामले की जांच एसओजी को सौंपी गई। 400 से ज्यादा SI फर्जी तरीके से चयनित हुए हैं। और इसमें भी ज्यादातर वह लोग हैं जिन्हें SI बनाने में मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स का हाथ है। हनुमान बेनीवाल ने इस बार साफ कर दिया है कि भर्ती परीक्षा को रद्द बनवाने के लिए आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पूरे मामले में भर्ती परीक्षा को रद्द किया जाए, इसके साथ ही RPSC को भंग किया जाए। बेनीवाल ने RPSC के तत्कालीन अध्यक्ष पर कांग्रेस नेताओं से सांठगांठ कर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया।
SI भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर 6 दिनों से धरने पर बैठे हनुमान बेनीवाल
एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर रालोपा प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ पिछले 6 दिनों से राजधानी के शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे हैं. बेनीवाल ने कहा कि जब तक सरकार एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं करती, तब तक धरने से नहीं उठेंगे I बेनीवाल ने इस दौरान भाजपा पर जमकर आरोप लगाए. बेनीवाल ने कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी, तो रोज एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने और आरपीएससी को भंग करने की मांग कर रहे थी, लेकिन जैसे ही सत्ता में आई, तो कंफर्ट जोन में आ गए. अब इसका नाम भी नहीं लेते हैं. इससे साफ पता चलता है कि भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है.
400 से भी ज्यादा फर्जी अभ्यर्थी- बेनीवाल
बेनीवाल ने कहा कि एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की सिफारिश मंत्रिमंडलीय उप समिति ने भी की थी. इसके अलावा एसओजी और पुलिस महानिदेशक ने भी भर्ती को रद्द करने की सिफारिश की थी, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि एसओजी का कहना है कि 400 से भी ज्यादा फर्जी अभ्यर्थी हैं, तो फिर सरकार इस पर कोई एक्शन क्यों नहीं ले रही है. उन्होंने कहा कि मैंने इस मामले को लोकसभा में भी उठाया था. बेनीवाल ने कहा कि जो मुद्दे भाजपा ने विपक्ष में रहते उठाए थे, उनमें से एक भी मुद्दे पर अब भाजपा बोलने को तैयार नहीं है.
आरपीएससी को भंग करना सरकार के हाथ में- बेनीवाल
बेनीवाल ने कहा कि भाजपा कहती है कि आरपीएससी को राष्ट्रपति ही भंग कर सकते हैं. तो फिर मुख्यमंत्री को राष्ट्रपति के नाम एक पत्र लिखना चाहिए और आरपीएससी को भंग करने की सिफारिश करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार सर्वेसर्वा होती है. जब इन्हें कानून में संशोधन करना होता है, तो कोई बिल लेकर आ जाते. जब सरकार भंग हो सकती है, तो आरपीएससी भंग क्यों नहीं हो सकती है. सरकार सर्वेसर्वा होती है.
BJP-RSS कैसे भी करके निकाय पंचायत चुनाव जीतना चाहते हैं- अशोक गहलोत
सोशल मीडिया एक्स पर बोले अशोक गहलोत, कहा- राजस्थान की भाजपा सरकार मनमाने तरीके से पंचायतीराज एवं नगरीय निकायों के पुनर्गठन कर रही है, मैं ऐसा पहली बार देख रहा हूं कि तोड़े जा रहे हैं सारे नियम-कानून, जिला कलेक्टरों ने जनता की आपत्तियां दर्ज कर आगे कार्रवाई करने की बजाय हाथ खड़े कर दिए हैं और कलेक्टर कह रहे हैं कि हम कुछ नहीं कर पाएंगे, सारा काम राज्य सरकार के स्तर से हो रहा है RSS मिलकर येन-केन-प्रकरेण पंचायतीराज और नगरीय निकाय के चुनाव जीतना चाहती है, इसके लिए पहले भरतपुर जिला प्रमुख समेत कई जगह इनके उपचुनाव तक नहीं करवाए अनदेखा, न तो न्यूनतम एवं अधिकतम जनसंख्या के पैमाने को माना जा रहा है और न ही मुख्यालय से उचित दूरी का ध्यान रखा जा रहा है
भरतपुर जिला प्रमुख समेत कई जगह इनके उपचुनाव तक नहीं करवाए - अशोक गहलोत
भरतपुर जिला प्रमुख समेत कई जगह इनके उपचुनाव तक नहीं करवाए, फिर वन स्टेट-वन इलेक्शन के नाम पर कार्यकाल पूरा होने के बाद भी चुनाव नहीं करवाए एवं अब ये वोटबैंक को साधकर जीतने के लिए नियमों एवं जनता की सहूलियत को भी कर रहे हैं अनदेखा, न तो न्यूनतम एवं अधिकतम जनसंख्या के पैमाने को माना जा रहा है और न ही मुख्यालय से उचित दूरी का ध्यान रखा जा रहा है, कहीं शहर से 10-10 किलोमीटर दूर के गांवों को नगरीय निकायों में मिलाया जा रहा है तो कहीं गांवों को इस तरह पंचायतों से जोड़ा जा रहा है कि पंचायत मुख्यालय ही 5 से 10 किलोमीटर हो गया है.
भाजपा और RSS मिलकर येन-केन-प्रकरेण पंचायतीराज और नगरीय निकाय के चुनाव जीतना चाहती है- अशोक गहलोत
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