बेनीवाल ने इस दौरान भाजपा पर जमकर आरोप लगाए

SI भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर 6 दिनों से धरने पर बैठे हनुमान बेनीवाल

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एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर रालोपा प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ पिछले 6 दिनों से राजधानी के शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे हैं. बेनीवाल ने कहा कि जब तक सरकार एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं करती, तब तक धरने से नहीं उठेंगे I बेनीवाल ने इस दौरान भाजपा पर जमकर आरोप लगाए. बेनीवाल ने कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी, तो रोज एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने और आरपीएससी को भंग करने की मांग कर रहे थी, लेकिन जैसे ही सत्ता में आई, तो कंफर्ट जोन में आ गए. अब इसका नाम भी नहीं लेते हैं. इससे साफ पता चलता है कि भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है. 

400 से भी ज्यादा फर्जी अभ्यर्थी- बेनीवाल 

बेनीवाल ने कहा कि एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की सिफारिश मंत्रिमंडलीय उप समिति ने भी की थी. इसके अलावा एसओजी और पुलिस महानिदेशक ने भी भर्ती को रद्द करने की सिफारिश की थी, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि एसओजी का कहना है कि 400 से भी ज्यादा फर्जी अभ्यर्थी हैं, तो फिर सरकार इस पर कोई एक्शन क्यों नहीं ले रही है. उन्होंने कहा कि मैंने इस मामले को लोकसभा में भी उठाया था. बेनीवाल ने कहा कि जो मुद्दे भाजपा ने विपक्ष में रहते उठाए थे, उनमें से एक भी मुद्दे पर अब भाजपा बोलने को तैयार नहीं है.

आरपीएससी को भंग करना सरकार के हाथ में- बेनीवाल

बेनीवाल ने कहा कि भाजपा कहती है कि आरपीएससी को राष्ट्रपति ही भंग कर सकते हैं. तो फिर मुख्यमंत्री को राष्ट्रपति के नाम एक पत्र लिखना चाहिए और आरपीएससी को भंग करने की सिफारिश करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार सर्वेसर्वा होती है. जब इन्हें कानून में संशोधन करना होता है, तो कोई बिल लेकर आ जाते. जब सरकार भंग हो सकती है, तो आरपीएससी भंग क्यों नहीं हो सकती है. सरकार सर्वेसर्वा होती है.