SI भर्ती मामले में हुए घोटाले पर राजस्थान की सियासत गरमा गई है। इस मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। भर्ती मामले में हुए घोटाले पर हनुमान बेनीवाल ने एक और बड़ा खुलासा कर दिया है। हनुमान बेनीवाल ने भजन लाल शर्मा सरकार पर सीधा हमला बोला है। हनुमान बेनीवाल ने एक बड़ा खुलासा करते हुए SOG का पूछताछ नोट मीडिया के सामने पेश किया है। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार एक महिला आरोपी संतोष का यह नोट बताया जा रहा है। महिला आरोपी संतोष से पूछताछ में उसने राज्य सरकार के मंत्री के के बिश्नोई पर सीधा आरोप लगाया है। हनुमान बेनीवाल मंत्री के बिश्नोई पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह आरोप उनका नहीं है बल्कि SOG के पूछताछ नोट में जो लिखा है वह वही बता रहे हैं। आरोपी ने कबूल किया है कि उसने छमी बिश्नोई को देने के लिए मंत्री से रुपए लिए थे। छम्मी बिश्नोई ने संतोष और उसकी बहन मंजू के स्थान पर डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी। हनुमान बेनीवाल ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि मंत्री केके बिश्नोई अब SI भर्ती रद्द नहीं करने के लिए सरकार पर दबाव डाल रहे हैं। हनुमान बेनीवाल ने पूरे मामले में सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है बेनीवाल ने कहा कि सीबीआई से जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
SI भर्ती घोटाले में आया नया मोड़, भाजपा सरकार के मंत्री पर लगे आरोप
बेनीवाल ने SOG के इस नोट को भ्रष्टाचार का सीधा सबूत बताते हुए कहा कि एक मंत्री की संलिप्तता से साफ है कि यह घोटाला केवल अफसरशाही तक सीमित नहीं, बल्कि सत्ता के शीर्ष तक फैला है। यह कोई मामूली मामला नहीं है। यह लाखों मेहनती युवाओं के भविष्य के साथ किया गया विश्वासघात है। उन्होंने बताया कि टोंक जिले का एक अभ्यर्थी सांवरमल, जिसने परीक्षा ही नहीं दी, वह आज थानेदार बनकर ड्यूटी कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया, क्या सरकार SOG पर दबाव डालकर जांच को प्रभावित कर रही है? क्या एक-एक करोड़ में न्याय का सौदा हो रहा है? सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इस पूछताछ नोट के बाद मंत्री की संलिप्तता उजागर हुई है। उनका यह कृत्य मेहनत करने वाले युवाओं के भविष्य के साथ धोखा है। बेनीवाल ने कहा कि टोंक का सांवरलाल जिसने परीक्षा दी ही नहीं, वह थानेदार बनकर घूम रहा है। यह सुनियोजित साजिश का हिस्सा है। जिसमें मंत्री, अफसर और दलालों की मिलीभगत से फर्जी लोगों को पुलिस में भर्ती किया गया। बेनीवाल ने कहा मंत्री केके बिश्नोई को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाए, एसआई भर्ती 2021 को तुरंत रद्द करके दोबारा पूर्ण पारदर्शिता के साथ भर्ती कराई जाए, एसओजी की जांच को सार्वजनिक किया जाए और सीबीआई से जांच कराई जाए, दोषी अधिकारियों, दलालों और लाभार्थियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और योग्य अभ्यर्थियों के साथ न्याय किया जाए।
बेनीवाल ने मंत्री को बर्खास्त करने और भर्ती रद्द करने की उठाई मांग
हनुमान बेनीवाल ने कहा, जब सरकार के एएजी, एसओजी के मुखिया और पुलिस मुख्यालय एसआई भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर चुका है तो आखिर क्या कारण है कि सरकार इस भर्ती को रद्द नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह मंत्री मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भर्ती रद्द नहीं करने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय का है, लेकिन अब भाजपा सत्ता में आने के बाद इस मामले के बड़े मगरमच्छ पकड़े नहीं जा रहे हैं। इससे साफ है कि भाजपा-कांग्रेस में मिलाजुली का खेल चल रहा। बेनीवाल ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में तो आई तो पूरे मामले की जांच एसओजी को सौंपी गई। 400 से ज्यादा SI फर्जी तरीके से चयनित हुए हैं। और इसमें भी ज्यादातर वह लोग हैं जिन्हें SI बनाने में मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स का हाथ है। हनुमान बेनीवाल ने इस बार साफ कर दिया है कि भर्ती परीक्षा को रद्द बनवाने के लिए आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पूरे मामले में भर्ती परीक्षा को रद्द किया जाए, इसके साथ ही RPSC को भंग किया जाए। बेनीवाल ने RPSC के तत्कालीन अध्यक्ष पर कांग्रेस नेताओं से सांठगांठ कर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया।