मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को राजभवन पहुंचकर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर राज्यपाल से चर्चा की। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे से मुख्यमंत्री शर्मा की यह शिष्टाचार भेंट थी।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर राज्यपाल से चर्चा की
राज्यपाल हरिभाऊल बागडे से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने की मुलाकात — राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर की चर्चा

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रफीक खान ने कहा-क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह, आखिर क्यों छलका विधायक का दर्द...
आखिर विधानसभा में ऐसा क्या हुआ की मीडिया के सामने भावुक हो गए कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान। विधायक रफीक खान का दर्द छलक उठा और वह भावुक हो गए। मीडिया से बात करते हुए रफीक खान का गला भर आया और उन्होंने कहा कि सदन में मेरा चरित्र हनन किया गया। क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह है। सदन में मुझे गालियां दी गई। मैं अपने आप को पीड़ित महसूस कर रहा हूं। रफीक खान ने कहा कि अगर मुसलमान होना गुनाह है तो भाजपा के लोगों से कह रहा हूं कि आप कोई कानून लेकर आ जाओ। और यह कह दो कि आगे से कोई मुसलमान विधायक चुनकर नहीं आएगा। रफीक खान भावुक होते हुए कहने लगे कि आज अगर मेरे पिता जिंदा होते तो यह शब्द सुन भी नहीं पाते। मेरे पिता हिंदी के कवि रहे और उन्होंने हमेशा हिंदी को बढ़ावा दिया है। दरअसल रफीक खान का यह दर्द इसलिए छलक क्योंकि विधानसभा में हंगामे के दौरान पाकिस्तानी-पाकिस्तानी के नारे लगाए गए थे। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस में रोष व्याप्त है और कांग्रेस लगातार इसकी निंदा कर रही हैं।
पाकिस्तानी कहने पर छलका विधायक रफीक खान का दर्द
रफीक खान ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला तो उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री से बात करो। मैं संसदीय कार्य मंत्री से मिला तो उन्होंने कहा कि हम चर्चा नहीं करेंगे। शब्द डिलीट कर देंगे, लेकिन यह शब्द पूरे मीडिया में है। यूट्यूब पर हैं तो क्या वहां से यह शब्द डिलीट हो जाएंगे। रफीक खान ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने जिस तरह से मेरे चरित्र का चीर हरण किया वह बर्दाश्त के लायक नहीं है। रफीक खान ने कहा की विधानसभा में चर्चा कर रहे हो तो बातचीत से समाधान होना चाहिए था। आपने चर्चा के दौरान न केवल शब्दों की मर्यादा तोड़ी, जिस तरह मेरे व्यक्तित्व का चीर हरण किया गया। इस तरह के शब्द मेरे लिए इस्तेमाल किए गए , मैं उम्मीद करता हूं यह बात पूरी सरकार सुनेगी और इस बात पर चर्चा करेगी ।
राजस्थान विधानसभा में लगे थे पाकिस्तानी-पाकीस्तानी के नारे
यह मामला तब शुरू हुआ जब राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन का माहौल अचानक गरमा गया। कांग्रेस के सचेतक रफीक खान जब अपनी बात रख रहे थे,रफीक खान ने भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को नाकाम बताया। साथ ही उन्होंने एक शेर पढ़ा ‘जो रईस हैं खानदानी मिजाज रखते हैं, नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई है‘। तभी भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने उन पर पाकिस्तानी -पाकिस्तानी का नारा लगाया। गोपाल शर्मा के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिससे सदन में तकरीबन दो मिनट तक नोकझोंक होती रही। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रोष जताया था।
खान ने कहा- मुस्लिम विधायक होना गुनाह तो पास करवा दो कानून
टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर कहा था की सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा द्वारा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रफीक खान पर की गई टिप्पणी बेहूदा एवं स्तरहीन है। भाजपा नेताओं में बयानबाजी का स्तर दिनोंदिन गिराने की होड़ लग गई है। इन्हें विधानसभा में बोलने और सड़क पर दिए जाने वाले भाषणों में कोई अन्तर नहीं लगता है। ये भूल जाते हैं कि रफीक खान उस शेखावटी की भूमि से आते हैं जहां सभी धर्मों के लोग सेना में जाकर इस देश के लिए फक्र से अपनी जान देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा को इस पर संज्ञान लेकर विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां असहनीय एवं निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ऐसे बयानों में क्या उनकी स्वीकारोक्ति है
राजस्थान के उपचुनावों में पार्टीयों के बीच गठबंधन को लेकर पशोपेश ।
जयपुर : उपचुनावों की घोषणा के साथ ही राजस्थान में भी चुनावी रण छिड गया है। सभी 7 सीटो पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 13 नवंबर को वोटिंग व 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आयेगा। चुनावी घोषणा के साथ ही, राज्य की सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनितियो मे जूट गई है। गठबंधन पर भी बैठको का दौर शुरू हो गया है। हालंकि गठबंधन पर सभी पार्टियों के अपने -अपने मत है। राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टिया सामने निकलकर आ रही है - भाजपा, कांग्रेस, BAP और RLP और चारो ही पार्टिया असमजम में दिख रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड का कहना है - कि वो उपचुनाव मे किसी से गठबंधन के लिए आग्रह नही करेगे , लेकिन अगर आगे से कोई निवेदन आता है - तो उसे मना भी नहीं करेंगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उप-चुनावो को काग्रेस के लिए लिए सभी चुनौती माना , जबकि भाजपा के सभी 7 सीटो पर आश्वस्त दिखे।वहीं काग्रेस ने गठबंधन पर फैसला दिल्ली आलाकमान पर छोड़ा है। आपको बता दे ,लोकसभा चुनाव में राष्टीय पार्टी काग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी BAP से गठबंधन किया था।आदिवासी बेल्ट चौरासी विधानसभा सीट पर BAP जीत सुनिश्चत मान रही है| ऐसे में माना जा रहा था- यदि चौरासी सीट पर दोनो पार्टीयो का गठबंधन हो जाता है, तो यह बीजेपी की साख पर सवाल बन जायेगी। लेकिन कल भारत आदिवासी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी प्रकार की सुगबुगाहट पर पुरण विराम लगा दिया है। BAP के मोहनलाल रोत का कहना है कि हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगें। चौरासी व सलूबर सीट से पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। देवली -उनियार सीट पर अभी विचार जारी है। हालंकि मोहनलाल रोत का यह भी कहना है कि- वो गठबंधन नही करेंगे, हाँ यदि काग्रेस समर्थन देती है, तो स्वागत है।
बेनीवाल ने कहा- भाजपा हमारी दुश्मन न०-1
वही दूसरी तरफ RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का गुरुवार को एक बयान आया है.बेनीवाल ने बताया की BJP उनकी दुश्मन न०-1 है| भाजपा को सभी 7 सीटो पर मात के लिए वह काग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन देवली व खींवसर सीट पर वे अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे | बेनीवाल के अनुसार दो तीन दिन में यह साफ हो जायेगा कि दोनो पार्टियों में अलाइंस होता है कि नहीं। लेकिन अगर काग्रेस, RLP की शर्ते मान कर उनकी दो सीट की डिमांड पूरी कर देती है और सभवतः गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी की जीत की डगर कठिन हो सकती है, हाँ यदि मुकाबला त्रिकोणीय होता है भाजपा की जीत की संभावना अधिक हो जाती है |RLP प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन नहीं होता है ये देवली- उनियारा व खींवसर समेत रामगढ व झुंझुनूं यानि 4 सीटों पर चुनाव लडेंगें । इन सभी , चर्चाओ पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि वे राज्य की सभी 7 सीटो पर चुनाव लड़ने केलिए पूर्णतय तैयार हैं। लेकिन गठबंधन पर निर्णय के लिए दिल्ली में कमेटी बनायी गयी है। आलाकमान जो तय करेगा हमें वह मान्य होगा।
आपको बता दे - दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सचिन पायलट के समर्थक को टिकट देने की संभावना बतायी जा रही| वही झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की दावेदारी मानी जा रही है। रामगढ़ सीट पर दिवंगत विधायक जुबेर खान की पत्नी व बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस अपना इमोशल कार्ड खेल सकती है जबकि भाजपा अपने पुराने प्रत्यशी सुखवंत सिंह को टिकट दे सकती है। चौरासी विधानसभा सीट पर BAP का दबदबा है व देवली- उनियारा , खीवंसर सीट पर RLP का वर्चस्व बना हुआ है। ( रिपोर्ट: अनुश्री यादव )
हाथ में तलवार... चेहरे पर मुस्कान... क्या राजनीति में आने वाला है नया भूचाल, वसुंधरा राजे का दिखा शायराना अंदाज
हाथ में तलवार... चेहरे पर मुस्कान... क्या राजनीति में आने वाला है नया भूचाल। आखिर वसुंधरा राजे की शायरी के क्या है मायने। क्यों राजे की शायरी ने बढ़ाया है राजस्थान की राजनीति का टेंपरेचर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अक्सर बातों की बातों में बड़े-बड़े इशारे कर जाती हैं। इशारों में बात कहने का वसुंधरा राजे का अंदाज निराला है तभी तो हर कोई उनकी बात को सोचने पर मजबूर हो जाता है। एक बार फिर वसुंधरा राजे ने अपने शायराने अंदाज में बहुत कुछ कह दिया है। इसके राजनीतिक जानकार अलग-अलग मायने निकल रहे हैं। वसुंधरा राजे की इस शायरी ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है। यह पहली बार नहीं है जब वसुंधरा राजे ने अपने शायराने अंदाज में कुछ कहा हो इससे पहले भी कई बार राजे इस तरह का अंदाज दिखा चुकी है। फिर चाहे वह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का पदभार ग्रहण कार्यक्रम हो या जयपुर में सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर का सम्मान समारोह। जहां राजे का यही अंदाज देखने को मिला था।
हाथ में तलवार... चेहरे पर मुस्कान... क्या राजनीति में आने वाला है कोई नया भूचाल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिरोही के रेवदर में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और हिंदू धर्म का एक बड़ा प्रयोग है। सनातन धर्म मानवता को जोड़ता है और देश को गौरवशाली बनाने की प्रेरणा देता है. उन्होंने कहा कि भगवान की सच्ची पूजा मानव सेवा से होती है। इस दौरान राज्य के हाथ में तलवार दिखी और उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान। सांसद लुंबाराम चौधरी ने वसुंधरा को तलवार भेंट की। वसुंधरा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा- 'राजनीति में मुझे 25 साल हो गए। बहुत सारे उतार-चढ़ाव आए, मगर आपका साथ ढाल बनकर हमेशा मेरे साथ खड़ा है। सिरोही वो जगह है, जहां तलवार बनती है। तलवार को किस तरीके से म्यान में रखना है, वह भी सिरोही जानता है। इस दौरान वसुंधरा राजे ने अपने शायराने अंदाज में कहा... गमों की आंच पर आंसू उबालकर देखो, बनेंगे रंग किसी पर भी डाल कर देखो, तुम्हारे दिल की चुभन जरूर कम होगी, किसी के पांव से कांटा निकाल कर तो देखो।
इशारों-इशारों में वसुंधरा राजे ने किस पर साधा निशाना वसुंधरा राजे ने महिलाओं को लेकर कहा की बालिकाओं को अपने पैरों पर खड़ा करना है और उन्हें सीखना है कि अपनों के साथ का रिश्ता अमूल्य होता है। आपको बता दें की जब से वसुंधरा राजे ने यह शायरी बोली है उसके बाद से इसके अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। आखिर ऐसी कोनसी चुभन है जो राजे के दिल में है। इससे पहले भी राजे ने इसी तरह अपनी बात रखी है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के करीब छह महीने बाद जब मदन राठौड़ प्रदेशाध्यक्ष बनकर जयपुर आए तब राजे ने कहा था कि सबको साथ लेकर चलना बहुत मुश्किल काम है। कई लोग इसमें फेल हो चुके हैं। पद का अहंकार कद कम करता है। उदयपुर में हुई एक धर्म सभा में राजे ने एक शायरी पढ़ी कि काश ऐसी बारिश आए, जिसमें अहम डूब जाएं, मतभेद के किले ढह जाएं, घमंड चूर-चूर हो जाए।
मंत्री Kk विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल को घेरा, बोले-राजनीति का सबसे अविश्वसनीय नेता...
राजस्थान की राजनीति में इन SI भर्ती मामले को लेकर नई जंग छिड़ गई है। नेताओं की बयानबाजी और तीखी होती जा रही है। SI भर्ती मामले में जहां हनुमान बेनीवाल ने मंत्री Kk विश्नोई पर सीधा आरोप लगाया है वही मंत्री Kk विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल पर पलटवार करते हुए उन्हें अविश्वसनीय नेता घोषित कर दिया है। मंत्री Kk विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि वह राजनीति के सबसे अविश्वसनीय नेता है। हनुमान बेनीवाल पाला बदलने में माहिर हैं, और युवाओं को गुमराह कर रहे हैं।विश्नोई ने आरोप लगाया कि खींवसर उपचुनाव के दौरान उन्होंने हनुमान बेनीवाल के झूठ और पाखंड को उजागर किया था, और जनता ने कमल के फूल को जिताकर उन्हें करारा जवाब दिया। उन्होंने यह भी दावा किया कि बेनीवाल ने उन्हें धमकाया और बदनाम करने की कोशिश की। विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा की वह सुर्खियां बटोरने के लिए इस तरह का ड्रामा कर रहे हैं। विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल को कानूनी कार्रवाई का सामना करने की तैयारी के लिए सलाह भी दे डाली।
SI भर्ती मामले में मंत्री Kk विश्नोई का हनुमान बेनीवाल पर पलटवार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में शुचिता की राजनीति को प्राथमिकता दी जाती है। ऐसे में राजनीति क्षेत्र में सभी नेताओं को भी शुचिता की राजनीति करनी चाहिए, लेकिन हनुमान बेनीवाल सुर्खियों में बने रहने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। यह उचित नहीं है। विश्नोई ने कहा हनुमान बेनीवाल अनर्गल बयान बाजी करते हैं और महिलाओं के खिलाफ भी गलत टिप्पणियां करने से कभी नहीं चूकते। केके विश्नोई ने कहा कि अब राज्य में भाजपा की भजनलाल सरकार है, जो मजबूत विचार और नीति के साथ काम कर रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सेटिंग का खेल अब ज्यादा दिन नहीं चलने वाला। विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल की बयान बाजी को ओछी राजनीति करार दिया। सांसद हनुमान बेनीवाल की विश्वसनीयता समाज के साथ युवाओं में समाप्त हो गई है। और इस समाप्त होती विश्वसनीयता को बचाने के लिए और अपनी राजनीति को चमकाने के लिए हनुमान बेनीवाल इस तरह की बयान बाजी कर रहे हैं। पिछले उपचुनाव में जनता हनुमान बेनीवाल को आईना दिखा चुकी है।
मंत्री Kk विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल को बताया अविश्वसनीय नेता मंत्री Kk विश्नोई ने हनुमान बेनीवाल पर हमला बोलते हुए कहा की उनका झूठ और पाखंड अब समाज और युवाओं के सामने आ गया है। युवा वर्ग अब इन पर विश्वास नहीं कर रहा है। इनके तंबू में संख्या तक नजर नहीं आ रही है। ऐसे में बेनीवाल युवाओं को भ्रमित कर रहे है विश्नोई ने कहा कि एसआई भर्ती परीक्षा कांग्रेस के कार्यकाल में हुई और उस वक्त बेनीवाल कांग्रेस के समर्थन में थे। और हनुमान बेनीवाल ने कुछ बोल नहीं पाए। आपको बता दें की पेपर लीक मामलों को लेकर जयपुर में आंदोलन कर रहे लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने आंदोलन तेज कर दिया है। जयपुर के शहीद स्मारक पर आंदोलन चल रहा है और प्रतिदिन हनुमान बेनीवाल खुद धरने में शामिल हो रहे हैं। हाल ही में हनुमान बेनीवाल ने कहा था की जब सरकार के एएजी, एसओजी के मुखिया और पुलिस मुख्यालय एसआई भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर चुका है तो आखिर क्या कारण है कि सरकार इस भर्ती को रद्द नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया था कि मंत्री विश्नोई मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भर्ती रद्द नहीं करने का दबाव बना रहे हैं।
SI भर्ती मामले में फिर घिरी भाजपा सरकार, हनुमान बेनीवाल ने लगाए मंत्री बिश्नोई पर आरोप
SI भर्ती मामले में हुए घोटाले पर राजस्थान की सियासत गरमा गई है। इस मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। भर्ती मामले में हुए घोटाले पर हनुमान बेनीवाल ने एक और बड़ा खुलासा कर दिया है। हनुमान बेनीवाल ने भजन लाल शर्मा सरकार पर सीधा हमला बोला है। हनुमान बेनीवाल ने एक बड़ा खुलासा करते हुए SOG का पूछताछ नोट मीडिया के सामने पेश किया है। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार एक महिला आरोपी संतोष का यह नोट बताया जा रहा है। महिला आरोपी संतोष से पूछताछ में उसने राज्य सरकार के मंत्री के के बिश्नोई पर सीधा आरोप लगाया है। हनुमान बेनीवाल मंत्री के बिश्नोई पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह आरोप उनका नहीं है बल्कि SOG के पूछताछ नोट में जो लिखा है वह वही बता रहे हैं। आरोपी ने कबूल किया है कि उसने छमी बिश्नोई को देने के लिए मंत्री से रुपए लिए थे। छम्मी बिश्नोई ने संतोष और उसकी बहन मंजू के स्थान पर डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी। हनुमान बेनीवाल ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि मंत्री केके बिश्नोई अब SI भर्ती रद्द नहीं करने के लिए सरकार पर दबाव डाल रहे हैं। हनुमान बेनीवाल ने पूरे मामले में सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है बेनीवाल ने कहा कि सीबीआई से जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
SI भर्ती घोटाले में आया नया मोड़, भाजपा सरकार के मंत्री पर लगे आरोप बेनीवाल ने SOG के इस नोट को भ्रष्टाचार का सीधा सबूत बताते हुए कहा कि एक मंत्री की संलिप्तता से साफ है कि यह घोटाला केवल अफसरशाही तक सीमित नहीं, बल्कि सत्ता के शीर्ष तक फैला है। यह कोई मामूली मामला नहीं है। यह लाखों मेहनती युवाओं के भविष्य के साथ किया गया विश्वासघात है। उन्होंने बताया कि टोंक जिले का एक अभ्यर्थी सांवरमल, जिसने परीक्षा ही नहीं दी, वह आज थानेदार बनकर ड्यूटी कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया, क्या सरकार SOG पर दबाव डालकर जांच को प्रभावित कर रही है? क्या एक-एक करोड़ में न्याय का सौदा हो रहा है? सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इस पूछताछ नोट के बाद मंत्री की संलिप्तता उजागर हुई है। उनका यह कृत्य मेहनत करने वाले युवाओं के भविष्य के साथ धोखा है। बेनीवाल ने कहा कि टोंक का सांवरलाल जिसने परीक्षा दी ही नहीं, वह थानेदार बनकर घूम रहा है। यह सुनियोजित साजिश का हिस्सा है। जिसमें मंत्री, अफसर और दलालों की मिलीभगत से फर्जी लोगों को पुलिस में भर्ती किया गया। बेनीवाल ने कहा मंत्री केके बिश्नोई को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाए, एसआई भर्ती 2021 को तुरंत रद्द करके दोबारा पूर्ण पारदर्शिता के साथ भर्ती कराई जाए, एसओजी की जांच को सार्वजनिक किया जाए और सीबीआई से जांच कराई जाए, दोषी अधिकारियों, दलालों और लाभार्थियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और योग्य अभ्यर्थियों के साथ न्याय किया जाए।
बेनीवाल ने मंत्री को बर्खास्त करने और भर्ती रद्द करने की उठाई मांग
हनुमान बेनीवाल ने कहा, जब सरकार के एएजी, एसओजी के मुखिया और पुलिस मुख्यालय एसआई भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर चुका है तो आखिर क्या कारण है कि सरकार इस भर्ती को रद्द नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह मंत्री मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भर्ती रद्द नहीं करने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय का है, लेकिन अब भाजपा सत्ता में आने के बाद इस मामले के बड़े मगरमच्छ पकड़े नहीं जा रहे हैं। इससे साफ है कि भाजपा-कांग्रेस में मिलाजुली का खेल चल रहा। बेनीवाल ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में तो आई तो पूरे मामले की जांच एसओजी को सौंपी गई। 400 से ज्यादा SI फर्जी तरीके से चयनित हुए हैं। और इसमें भी ज्यादातर वह लोग हैं जिन्हें SI बनाने में मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स का हाथ है। हनुमान बेनीवाल ने इस बार साफ कर दिया है कि भर्ती परीक्षा को रद्द बनवाने के लिए आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पूरे मामले में भर्ती परीक्षा को रद्द किया जाए, इसके साथ ही RPSC को भंग किया जाए। बेनीवाल ने RPSC के तत्कालीन अध्यक्ष पर कांग्रेस नेताओं से सांठगांठ कर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया।