राजस्थान विधानसभा मे शुरू हुई दादी वाली लड़ाई अब सड़कों पर पहुंच गई है। प्रदेशभर के कांग्रेसियों ने शनिवार को जिला मुख्यालयों पर जोरदार तरीके से निलंबित विधायकों के निलंबन को रद्द करने, मंत्री अविनाश गहलोत के माफी मांगने और दादी वाली सदन की कार्यवाही को डिलीट करने की मांग की है। सदन में शुरू हुई ये लड़ाई अब सड़कों पर आ चुकी है। ऐसे में प्रदेशभर में कांग्रेसियों ने बीजेपी सरकार का पुतला तो जलाया ही साथ में जमकर नारेबाजी भी की है। हालांकि हाल फिलहाल शुक्रवा को हुए हंगामें के बाद 24 फरवरी तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया. निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस विधायक सदन के अंदर धरने पर बैठ गए. हालांकि शाम को सरकार के साथ इस मामले में चर्चा का दौर चला, लेकिन आखिरकार कांग्रेस विधायकों ने धरना खत्म नहीं किया और रात में भी सदन में ही डेरा डाल दिया. इसके लिए यहां गद्दे मंगाए गए. अब यह धरना कब तक चलेगा यह तो कहना मुश्किल है। धरना खत्म करने के मामले में जब बातचीत हुई तो कांग्रेस की ओर से कहा गया कि उस वीडियो को चलाया जाए. जिसमें हंगामा हुआ अगर उसमें किसी तरह की गलती दिखाई देगी तो माफी मांगने को तैयार है. लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जहां सरकार विधायकों को माफी मांगने को कह रही है. वहीं कांग्रेस विधायक इस बात पर अड़े हैं कि इंदिरा गांधी को लेकर अविनाश गहलोत द्वारा दी गई टिप्पणी पर माफी मांगी जाए. प्रदर्शन के इसी क्रम में करौली में भी जिला मुख्यालय पर कांग्रेसियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और बीजेपी सरकार का पुतला दहन कर विरोध जताया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक मंत्री अविनाश गहलोत माफी नहीं मां लेते और हमारी मांगों पर ससहमती नहीं बनेगी तब तक विरोध प्रर्दशन होते रहेंगे। करौली में हुए विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस जिला अध्यक्ष शिवराज मीणा, भूपेंद्र भारद्वाज एवं कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे। करौली से संवाद्दाता नवीन शर्मा की रिपोर्ट...