रामगढ़ बांध: जयपुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत के साथ जयपुर के जमवारामगढ़ में रामगढ़ बांध जीर्णोद्धार समारोह के दौरान श्रमदान कर वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान का शुभारम्भ किया। सीएम भजनलाल शर्मा ने जल की महत्ता बताते हुए कहा कि जल का कोई विकल्प नहीं है, इस अवधारणा को जीवन में उतारना होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सबसे पहले पानी की आवश्यकता है और राजस्थान से ज्यादा पानी की कीमत कोई दूसरा जानता भी नहीं है। ऐसे में प्रदेश को पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा। रामगढ़ बांध के लिए एक-एक बूंद अमृत बनकर सुखदायी परिणाम लाएगी। उन्होंने रामगढ़ बांध में पानी आने का प्रमुख स्रोत बाणगंगा नदी के पौराणिक महत्व का भी जिक्र किया।
स्थानीय लोगों में नई उम्मीद
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बचपन में यह बांध पानी से लबालब रहता था. इसके पानी से खेत हरे-भरे रहते थे. लेकिन बड़े फार्महाउस और भूमाफियाओं के अतिक्रमण ने बांध के बहाव क्षेत्र को बर्बाद कर दिया. अब सरकार के इस अभियान से लोगों में उम्मीद जगी है. ग्रामीणों का मानना है कि बांध के पुनर्जनन से न केवल किसानों को फायदा होगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
जनप्रतिनिधि बनाएं जलस्रोत जीर्णोद्धार की योजना
मुख्यमंत्री शर्मा ने जल संरक्षण कार्य को आगे बढ़ाने का संकल्प दिखाते हुए जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए योजना तैयार करें, यह जन कल्याण का कार्य है। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि ये जन-जन का अभियान बन गए हैं। इसी तरह हर गांव-ढाणी में जल संरक्षण के कार्य को आगे बढ़ाकर राजस्थान को आगे ले जाना है।