राजस्थान: राजस्थान के श्रीगंगानगर में अमानक बीज तैयार करने वाली प्रोसेसिंग यूनिट्स पर छापेमारी के बीच राजस्थान कृषि विक्रेता संघ ने हड़ताल का ऐलान किया है. मंत्री मीणा ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई किसानों के हितों में है और सही काम करने वाली कंपनियों को डरने की जरूरत नहीं हैं. कृषि मंत्री मीना की सीधी कार्रवाई के बाद कृषि विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. लेकिन विभागीय स्तर पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विभाग अभी तक यह तय नहीं कर पाया है कि खाद-बीज की कंपनियों की ओर से बरती जा रही अनियमितिता के लिए कौन जिम्मेदार है. कृषि विभाग के पास मुख्यालय से लेकर जिला स्तर तक शिकायतों के निवारण और फील्ड कार्रवाई के लिए जिम्मेदारी तय है. लेकिन उसका निर्वहन सही तरीके से नहीं करने के कारण मंत्री को फील्ड में उतरना पड़ा. किशनगढ़ क्षेत्र की फैक्टरियों में खाद निर्माण में मार्बल स्लरी आदि मिलाकर नकली खाद बनाने की शिकायतें विभाग के अधिकारियों के पास भी पहुंची थी. लेकिन विभाग के अधिकारियों ने उन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया.
विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार
मंत्री मीणा ने स्पष्ट किया है कि विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार हो सकता है, लेकिन इस अभियान को लेकर भ्रम फैलाना एक अपराध है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई कृषि विभाग की गाइडलाइन के अनुरूप गुण नियंत्रण अभियान” का हिस्सा है, जिसका मकसद किसानों के हितों की रक्षा करना और घटिया बीज के काले कारोबार पर रोक लगाना है.मंत्री ने कहा कि जो प्रोसेसिंग यूनिट सरकार की तय गाइडलाइन और नियमों के अनुसार उत्कृष्ट बीज तैयार कर रही हैं, उन्हें इस अभियान के पक्ष में खड़ा होना चाहिए, विरोध करने की कोई आवश्यकता नहीं है. सही काम कर रही कंपनियों को डरने की जरूरत नहीं है. मैं, विभाग और सरकार उनके साथ खड़े हैं.
सख्त कार्रवाई होगी
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश में जो बीज निर्माता कंपनियां अमानक बीज तैयार कर रही हैं, उन कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. डॉ. मीणा ने कहा कि बीज निर्माता यूनिट में मूल जर्म प्लाज्म से संबंधित बीज का स्रोत, बीज उगाने से कटाई तक की निरीक्षण रिपोर्ट, बीज का मल्टीप्लेशन/उगाने वाले किसानों की सूची, बीज के कट्टों पर बुकरम पर्ची की सूचना सहित कई चीजों का रिकॉर्ड नहीं है. मीणा ने कहा कि वह किसान का बेटे हैं और यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि अमानक (नकली) बीज बेचकर किसानों को ठगा जाए। ऐसा करने वालों को स्पष्ट चेतावनी है कि इस काले कारोबार को तुरंत बंद कर दें. उन्होंने विक्रेता संघ से अपील करते हुए कहा कि गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग करें.